राजस्थान सरकार ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए 30 मार्च 2025 को राजस्थान दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान का शुभारंभ किया है। इस अभियान के तहत अब सभी राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई है। इस नई व्यवस्था का उद्देश्य शिक्षा व्यवस्था को पारदर्शी और डिजिटल बनाना है।
ऑनलाइन उपस्थिति की शुरुआत: डिजिटल राजस्थान की ओर कदम
मंत्री मदन दिलावर ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी कि फरवरी माह में विवेकानंद मॉडल स्कूल और महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम स्कूलों में यह व्यवस्था पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लागू की गई थी, जिसे अब राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में विस्तारित कर दिया गया है।
शिक्षक ऐप से दर्ज होगी उपस्थिति
अब विद्यार्थी की उपस्थिति "शिक्षक ऐप" के माध्यम से की जाएगी। इस ऐप में एक नया विकल्प जोड़ा गया है, जिससे कक्षा में उपस्थित हर छात्र की जानकारी ऑनलाइन दर्ज की जाएगी। यह पहल Rajasthan Digital Attendance System को मजबूती देने वाला कदम माना जा रहा है।
जिम्मेदारियों का स्पष्ट निर्धारण:
संस्था प्रधान की जिम्मेदारियां:
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मोबाइल में शिक्षक ऐप डाउनलोड कर इंटरनेट सुनिश्चित करना।
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विद्यालय की उपस्थिति को प्रतिदिन समय पर दर्ज कराना।
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कक्षा अध्यापकों को पोर्टल पर प्रशिक्षण देना।
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उपस्थिति कार्य समय पर संपन्न करवाना।
कक्षा अध्यापक की जिम्मेदारियां:
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सुनिश्चित करना कि सभी विद्यार्थी ऐप में दिख रहे हों।
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यदि कोई नहीं दिख रहा तो सुबह 9 बजे तक प्रधानाध्यापक को सूचित करना।
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मोबाइल के उपयोग को सीमित करते हुए उपस्थिति दर्ज करना।
शालापालन प्रभारी की जिम्मेदारियां:
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स्कूलों में यदि उपस्थिति ऐप से हो रही है तो मैनुअल उपस्थिति की आवश्यकता नहीं।
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समस्याओं की स्थिति में तुरंत सूचना देना।
ब्लॉक, जिला और पंचायत स्तर के अधिकारी:
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ऐप से उपस्थिति दर्ज होने की निगरानी करना।
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समय-समय पर जांच एवं सत्यापन करना।
मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान के लाभ:
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शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार।
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छात्रों की उपस्थिति पर निगरानी आसान।
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शिक्षकों की जवाबदेही तय।
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डिजिटल तकनीक के साथ स्कूलों का सशक्तिकरण।
मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान
राजकीय विद्यालयों में विद्यार्थियों की ऑनलाइन दैनिक उपस्थिति अनिवार्य
माननीय मुख्यमंत्री महोदय द्वारा दिनांक 30.03.2025 को राजस्थान दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री शिक्षित राजस्थान अभियान का शुभारंभ किया गया। इस अभियान के तहत विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति दर्ज करने हेतु "शिक्षक एप" में एक नया विकल्प शुरू किया गया है।
दायित्वों का निर्धारण:
संस्था प्रधान के दायित्व:
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समस्त स्टाफ के मोबाइल में शिक्षक एप्प की डाउनलोडिंग एवं इंटरनेट सुविधा सुनिश्चित करना।
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समस्त शिक्षकों को उपस्थिति प्रतिदिन दर्ज करने की प्रेरणा दें, सूचित और प्रोत्साहित करें।
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समस्त कक्षाध्यापकों को शालादर्पण पोर्टल पर एक्टिव करना।
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कक्षाध्यापकों को शिक्षक एप्प पर लॉगिन से संबंधित कक्षा की उपस्थिति दर्ज करना।
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उपस्थिति दर्ज एवं उपस्थिति की प्रमाणिकता सुनिश्चित करना।
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उपस्थिति का कार्य प्रारंभ होने की स्थिति में करना, ताकि कक्षा में मोबाइल का उपयोग न हो।
कक्षाध्यापक के दायित्व:
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यह सुनिश्चित करना कि कक्षा के सभी विद्यार्थी एप्प में प्रदर्शित हो रहे हों। यदि कोई विद्यार्थी नहीं दिख रहा हो, तो प्रधान-09 प्रपत्र की प्रक्रिया पूरी करें।
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प्रातः कालीन सभा के समय के उपस्थिति दर्ज करें, ताकि कक्षा में मोबाइल का उपयोग न हो।
शालादर्पण प्रभारी के दायित्व:
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जिन विद्यालयों में स्वयं उपस्थिति दर्ज हो रही है, वहां पोर्टल पर पुनः उपस्थिति दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होगी।
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संस्था प्रधान को प्रत्येक कार्यवाही में उपस्थिति दर्ज करने वाले शिक्षकों की सूचना देना।
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उपयुक्त कक्षाध्यापकों/संस्था प्रधान के स्तर पर पोर्टल में उपस्थिति दर्ज कराना।
संभाग, जिला, ब्लॉक एवं पंचायत स्तरीय अधिकारियों के दायित्व:
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अनुशासन एवं विद्यालयों में एप्प के माध्यम से उपस्थिति दर्ज होना सुनिश्चित करना।
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विद्यालय निरीक्षण के समय एप्प से उपस्थिति की जांच करना एवं सही की पुष्टि करना।